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MY QUOTES.."नारी-वर्दी"

  • Writer: Archana Anupriya
    Archana Anupriya
  • Mar 15, 2022
  • 1 min read

1)

कभी लक्ष्मण रेखा में बाँधी गई,

तो कभी मानवाधिकार ने बाँधा..

पर,हौसला भारी रहा नारी-वर्दी का,

भले कभी दिल घायल हुआ तो कभी काँधा..

2)

फख्र है इस बात का कि मैं अंग हूँ वर्दी का..

विश्वास हूँ लोगों का,मैं खाकी रंग हूँ वर्दी का..

3)

वर्दी के रूप में खाकी रंग यूँही नहीं पाया है..

नींद और सपने बेचे हैं अपने,

तब जाकर  हम में ये हौसला आया है..

4)

हाथ बाँधकर वर्दी का,

जादू की उम्मीदें रखते हैं..

अजीब हैं हमारे अपने भी,

हर बात में हमें परखते हैं..

5)

रंग-बिरंगे कपड़ों में सजकर,

जब दुनिया जश्न मनाती है..

तपती धूप,ठिठुरती सर्दी में भी,

नारी-वर्दी फर्ज निभाती है..

6)

न आँखों में नींद, न दिल में करार..

ये मुहब्बत नहीं,वर्दी की नौकरी है यार..

7)

समाज का विश्वास, देश की शान लिए चलते हैं..

हम नारी -वर्दी हैं, हथेली पर जान लिए चलते हैं..

8)

इस कदर लोहे से भरी हैं 

नारी-वर्दी की गोलियाँ..

एक बार किसी को लग जायें तो 

उसे आयरन की कमी नहीं होगी कभी..

© अर्चना अनुप्रिया

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