टुकड़ा
- Archana Anupriya
- Jul 19, 2020
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भावों की चयनिका by Archana Anupriya
मन के राज कभी आँखों से जाने नहीं जाते.. अक्सर चेहरों से इंसान पहचाने नहीं जाते.. ----- इंसान का खुद पर भरोसा हो अगर.. तो,मुकाबला भी खुद...
दम घुटने लगा है अँधेरे का अकेले में.. नजरें रौशनी में रहना चाहती हैं अब.. ईद का चाँद फलक पर था और मुस्कुराहट लबों पर.. बच्चों की...
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