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"उल्टे-पुल्टे रंग होली के"

  • Writer: Archana Anupriya
    Archana Anupriya
  • Mar 24, 2024
  • 2 min read

"उल्टे-पुल्टे रंग होली के.."

😁जोगरा सा रा रा रा..😁



बिखरे बिखरे रंग जमाने के,कैसे करें कमाल..

जज्बात सब काले हुए,रूठे रंग पीले,लाल..

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सभी फैन हैं एकलव्य के,अँगूठे का जमाना आया..

करें लाइक या डिसलाइक,हर जगह बस अँगूठा दिखाया..

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अजीब हो गई दुनिया, फैशन सब अटपटे हो गए..

मर्द बनायें चोटी,स्त्री के बाल अब कटे हो गए..

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पड़ोसन पर जब रंग डालें, रखें पत्नी का ख्याल..

ऐसा न हो बाद में पत्नी करे आपके गाल को लाल..

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"लोकतंत्र" के राज में,"छूटतंत्र" अधिकार..

"कूटतंत्र" से जग चले,"लूटतंत्र" व्यापार..

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बचकर रहिये चमचों से,खूब करें बखान..

अगर वो पीछे पड़ गये,मिटाकर रख दें जहान..

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सच्चे लोगों का भला कोई क्यों करे विश्वास..

झूठ कहो पर मन की करो,तब सबके बनोगे खास..

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अजब जमाना आया, भाई अब नहीं भाई के पास..

बहन भी तो पराई है,बस साली खासमखास..

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टीचर ट्यूशन में बिजी,कॉलेज की भूले राह..

बिन पढ़े ही पास करें, हर विद्यार्थी की यही चाह..

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जिससे सीखें, उसी को सिखायें, नहीं है इसमें पाप..

आधुनिकता जरा लायें खुद में,बनें गुरु का बाप..

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नशे में झूमता जाये मियां, हो रहा घर में इंतजार..

बेलन-चिमटा लेकर बीबी खड़ी हुई है द्वार..

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हार गई है अक्ल भैंस से,बड़ी हो गई है भैंस..

नीति-ज्ञान अब क्यों ढोना,करो कैश लुटाकर ऐश..

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इतिहास सब भूले अपने,नाप रहे हैं भूगोल..

परिवार बेकार हैं अब तो,जमीन-जायदाद का ही मोल..

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विकसित बड़ी हो गई है दुनिया, सब कुछ उल्टा होय..

झूठ की होती जय-जयकार और सच सम्मान खोय..

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लगाकर तस्वीर फेसबुक पर,जता रही बहू प्यार..

बुजुर्ग घर में रो रहे,कभी झाँके न एक बार..

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रात-रातभर जाग-जागकर,कौन करे पढ़ाई..

सबके सब चैटिंग में बिजी,गूगल ही बाप और माई..

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अबकी होली पर दुनिया वालों,जरा विशेष छूट लीजिए..

बाल काले करवायें जब तो मुँह भी काला कीजिए..

जोगिरा सा रा रा रा..

बुरा न मानो होली है..🌈

© अर्चना अनुप्रिया


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